छत्तीसगढ़ के प्राकृतिक फेफड़े कहे जाने वाले हसदेव जंगल को बचाने के लिए कंचन की नगरी चांपा में दलगत राजनीति से परे असंख्य लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। जांजगीर-चांपा जिला ही नहीं बल्कि अनेक जिलों में निवास करने वाले लोगों ने 24 सितंबर 2022 की शाम 7:00 बजें कैंडल मार्च निकालकर सत्तारूढ़ दल के प्रति रोष व्यक्त किया। इस क्रम में छत्तीसगढ़ से निषाद पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी संजय सिंह राजपूत ने भी ग्रामीणों के संग कैंडल मार्च में भागीदारी ली और पर्यावरण के संरक्षण में सार्थक भूमिका निभाई।
इस मौके पर उन्होंने हसदेव अरण्य के कटाव के मुद्दे पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राज्य सरकार बड़े उद्योगपति को निजी फायदा पहुँचाने के लिए ही हसदेव अरण्य में खनन करवा रही है जबकि सरकार जानती है कि वन क्षेत्र उजड़ने से जो नुकसान होगा उसकी भरपाई कई सौ सालों में भी नहीं की जा सकती है। यहां मंत्री, नेता इत्यादि सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने में लगे हुए हैं जनता और आदिवासियों के हितों की उन्हें कोई परवाह नहीं है।