विगत शनिवार को बिलासपुर के भोजपुरी समाज एवं पाटलिपुत्र समाज के द्वारा एक भव्य पारिवारिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। इसी दौरान नेहा सिंह राजपूत जी के द्वारा लिखित "अनकही बातें" एवं "छत्तीसगढ़ की वीरांगना बिलासा" पुस्तकों का विमोचन पाटलिपुत्र समाज के सम्मानित संरक्षक श्री एस पी सिंह जी के साथ डा. बृजेश सिंह, एसके सिंह, पाटलिपुत्र समाज के अध्यक्ष प्रवीण झा, भोजपुरी समाज के अध्यक्ष विजय ओझा, श्री बी एन झा जी, अरुण सिंह जी, विनोद सिंह जी के साथ ही निषाद पार्टी के छत्तीसगढ़ प्रभारी श्री संजय सिंह राजपूत जी के द्वारा किया गया।
पुस्तक विमोचन के दौरान पाटलिपुत्र समाज और भोजपुरी समाज के हजारों की संख्या में महिलाएं पुरुष और बच्चे सम्मिलित रहे। एसपी सिंह ने बड़े ही हर्ष का अनुभव करते हुए कहा कि, यह बहुत ही गर्व की बात है कि, हमारे बीच से एक महिला एक लेखिका के रूप में भी सामने आईं हैं, जो निश्चित रूप से पाठकों का रूझान मोबाइल और लैपटॉप से हटा कर किताबों की ओर मोड़ने में सहायक सिद्ध होगा। लेखिका नेहा सिंह जी का प्रमुख उद्देश्य ही यही है कि आज के बच्चे जो मोबाइल में इस तरह से डूबे हुए हैं, जिससे वो कई तरह के मानसिक रोगों के शिकार हो रहे हैं इसके लिए अच्छा यही होगा कि माता और पिता भी मोबाइल की जगह इस तरह की रोचक पुस्तकों का पठन करें, जिससे हमारे बच्चे भी किताबों से दोस्ती करना सीख सकें तथा छत्तीसगढ़ की संस्कृति से भी जुड़ सकें।
नेहा सिंह जी ने समाज का नारी के प्रति जो नजरिया है, उसे अपने शब्दों में प्रस्तुत करने का प्रयत्न इन पुस्तकों के द्वारा किया है। उन्होंने कहा कि आगे आने वाले समय में उनकी कुछ और भी ऐसी पुस्तकें आने वाली हैं, जो निश्चित रूप से आने वाली पीढ़ी को छत्तीसगढ़ की संस्कृति से जोड़ने में सहायक सिद्ध होंगी।