बिलासपुर महापौर पद के लिए राजकुमार निषाद ने नामांकन दाखिल किया, जिसमें निषाद पार्टी के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह राजपूत भी उपस्थित रहे। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस बार नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद पार्टी) एवं उसकी सहयोगी छत्तीसगढ़ स्वराज सेना अपने दम पर स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने जा रही है।
निषाद समाज के हक की लड़ाई
संजय सिंह राजपूत ने कहा कि बिलासपुर नगर निगम क्षेत्र में निषाद, मछुआरा समाज को अब तक उनका उचित राजनीतिक प्रतिनिधित्व नहीं मिला है। भाजपा और कांग्रेस ने माता बिलासा के वंशजों को पार्षद या महापौर पद के लिए टिकट नहीं दिया, जिससे समाज में नाराजगी है। इस उपेक्षा के विरोध में निषाद पार्टी ने अपने उम्मीदवार को मैदान में उतारने का फैसला लिया है।
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माता बिलासा और सामाजिक सम्मान
निषाद पार्टी का मानना है कि माता बिलासा के सम्मान और निषाद समाज के हक की रक्षा के लिए राजनीतिक भागीदारी जरूरी है। बिलासपुर के नागरिकों की आकांक्षाओं को देखते हुए पार्टी अब स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ेगी और समाज के हितों की आवाज बुलंद करेगी।
स्वतंत्र चुनावी रणनीति
इस चुनाव में निषाद पार्टी और छत्तीसगढ़ स्वराज सेना गठबंधन ने अपनी स्वायत्त रणनीति अपनाई है। पार्टी का मुख्य उद्देश्य निषाद समाज के अधिकारों की रक्षा और नगर निगम प्रशासन में उनकी सशक्त भागीदारी सुनिश्चित करना है।
बिलासपुर के मतदाताओं के लिए यह चुनाव महत्वपूर्ण रहेगा, क्योंकि पहली बार निषाद पार्टी ने खुलकर अपने समाज के हक की लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया है।
![-बिलासपुर महापौर पद के लिए राजकुमार निषाद ने नामांकन दाखिल किया, जिसमें निषाद पार्टी के मुख्य प्रवक्](https://d3cm4d6rq8ed33.cloudfront.net/media/navpravartakfiles/19/af9c0409-abe1-4458-a40b-a40b5026d4ac.jpg)