आगामी नगरीय निकाय चुनावों में निषाद समाज ने अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराते हुए महापौर पद के लिए राजकुमार निषाद को प्रत्याशी के रूप में उतारा है। सोमवार को उनके नामांकन के दौरान निषाद पार्टी के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह राजपूत समेत पार्टी के अन्य प्रमुख नेता और समाज के गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इस अवसर पर संजय सिंह राजपूत ने मीडिया से बातचीत करते हुए निषाद पार्टी की स्वतंत्र चुनावी रणनीति और राजनीतिक भागीदारी को लेकर बड़ी घोषणा की।
भाजपा-कांग्रेस की उपेक्षा से आहत निषाद समाज
संजय सिंह राजपूत ने स्पष्ट किया कि इस बार नगरीय निकाय चुनाव और त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद पार्टी) और उसकी सहयोगी छत्तीसगढ़ स्वराज सेना अपने दम पर चुनाव लड़ने जा रही है। उन्होंने बताया कि बिलासपुर नगर निगम क्षेत्र में भाजपा और कांग्रेस ने निषाद समाज की पूरी तरह अनदेखी की है और किसी भी निषाद उम्मीदवार को पार्षद या महापौर का टिकट नहीं दिया गया।
उन्होंने कहा कि, "निषाद समाज सदियों से संघर्ष करता आ रहा है, लेकिन जब भी राजनीतिक भागीदारी की बात आती है, तो हमें दरकिनार कर दिया जाता है। माता बिलासा के वंशजों के साथ यह अन्याय अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसी के खिलाफ निषाद समाज अब पूरी ताकत से चुनाव मैदान में उतरेगा और अपने हक की लड़ाई लड़ेगा।"
माता बिलासा और सामाजिक सम्मान की रक्षा का संकल्प
बिलासपुर का नाम माता बिलासा के नाम पर रखा गया है, जो निषाद समाज की गौरवशाली पहचान का प्रतीक हैं। बावजूद इसके, बिलासपुर नगर निगम में निषाद समाज को अब तक उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिला है। इस उपेक्षा के विरोध में ही पार्टी ने महापौर पद के लिए राजकुमार निषाद को चुनावी मैदान में उतारने का निर्णय लिया।
संजय सिंह राजपूत ने कहा कि निषाद समाज बिलासपुर के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देता रहा है, लेकिन उनकी उपेक्षा लगातार होती रही है। इसलिए अब समाज ने राजनीतिक रूप से सशक्त बनने का निर्णय लिया है।
स्वतंत्र चुनावी रणनीति – अब कोई समझौता नहीं
इस चुनाव में निषाद पार्टी और छत्तीसगढ़ स्वराज सेना ने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का फैसला किया है। पार्टी का मानना है कि अब तक अन्य राजनीतिक दलों के सहारे समाज के विकास की जो उम्मीदें थीं, वे पूरी नहीं हो सकीं। इसलिए अब निषाद समाज को अपनी स्वतंत्र राजनीतिक ताकत बनानी होगी और चुनावों में अपनी भागीदारी को सुनिश्चित करना होगा।
मतदाताओं से सीधा संवाद – निषाद समाज को एकजुट करने की अपील
राजकुमार निषाद और संजय सिंह राजपूत ने बिलासपुर के मतदाताओं से अपील करते हुए कहा कि समाज को अपने अधिकारों की रक्षा के लिए एकजुट होकर निषाद पार्टी को समर्थन देना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक चुनाव नहीं, बल्कि समाज के सम्मान और पहचान की लड़ाई है।
"अब हमें किसी राजनीतिक दल पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं है। हमारी पार्टी, हमारे समाज की पार्टी है और हम अपने हक के लिए खुद लड़ेंगे। निषाद समाज के लोगों को इस चुनाव में एकजुट होकर निषाद पार्टी को जिताना चाहिए, ताकि नगर निगम में हमारी भागीदारी सुनिश्चित हो सके।"
बिलासपुर चुनाव में नया मोड़ – निषाद समाज का निर्णायक दखल
बिलासपुर के राजनीतिक समीकरणों को देखते हुए निषाद पार्टी की यह एंट्री चुनाव को नया मोड़ दे सकती है। निषाद समाज की मजबूत उपस्थिति को देखते हुए यह संभावना जताई जा रही है कि अगर समाज संगठित होकर वोट करता है, तो यह चुनावी मुकाबला बेहद दिलचस्प हो सकता है।
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